Patents For gomutra




 सोशल मीडिया पर अक्सर गोमूत्र, गोबर और अन्य गाय-उत्पादों के स्वास्थ्य लाभों से जुड़े संदेश वायरल होते रहते हैं। इनमें दावा किया जाता है कि गोमूत्र कैंसर से लेकर डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में उपयोगी है। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि अमेरिकी विश्वविद्यालयों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने गोमूत्र युक्त दवाओं के लिए पेटेंट प्राप्त किए हैं।

पेटेंट्स से जुड़े दावे:

कुछ वायरल संदेशों में यह कहा गया है:

"अज्ञानी भारतीय उदारवादी गायों का मजाक उड़ा रहे हैं, जबकि अमेरिकी विश्वविद्यालयों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने गोमूत्र से बने उत्पादों के लिए छह पेटेंट प्राप्त किए हैं।"

हकीकत क्या है?

सच:
गोमूत्र से संबंधित कुछ पेटेंट अमेरिका के पेटेंट कार्यालय (USPTO) द्वारा भारतीय वैज्ञानिक संस्थाओंजैसे CSIR (Council of Scientific and Industrial Research) और गोविज्ञान अनुसंधान केंद्रको दिए गए हैं।

गलतफहमी:
इन पेटेंट्स का मतलब यह नहीं है कि अमेरिकी कंपनियों या विश्वविद्यालयों ने गोमूत्र आधारित दवाएं बनाई हैं या उनका समर्थन किया है।

प्रमुख पेटेंट्स की सूची:

पेटेंट नंबर

उद्देश्य

US 6,410,059

एंटीबायोटिक, एंटी-फंगल, बायो-एन्हांसर प्रभाव

US 6,896,907

एंटी-एलर्जिक, एंटी-इन्फेक्टिव, पोषक तत्व और एंटी-कैंसर प्रभाव

US 7,718,360

एंटी-ऑक्सीडेंट और एपोप्टोसिस प्रभाव

US 7,235,262

एंटी-इन्फेक्टिव और एंटी-कैंसर एजेंट्स के लिए बायो-एन्हांसर के रूप में गोमूत्र डिस्टिलेट

US 7,297,659

प्लांट ग्रोथ प्रमोटिंग और बायो-कंट्रोल कंपोजीशन

महत्वपूर्ण: ये सभी पेटेंट भारतीय संस्थाओं के नाम पर हैं, न कि अमेरिकी कंपनियों या संस्थानों के।


क्या अमेरिका ने गोमूत्र पर पेटेंट "प्राप्त" किया है?

जवाब: नहीं।
पेटेंट सिर्फ यह दर्शाता है कि किसी उत्पाद या प्रक्रिया पर अधिकार आवेदनकर्ता को दिया गया है। इसका यह मतलब नहीं है कि उस देश की सरकार या उसकी वैज्ञानिक संस्था उस दावे की वैज्ञानिक पुष्टि या समर्थन करती है।

पेटेंट क्या होता है?

World Intellectual Property Organization (WIPO) के अनुसार:

"पेटेंट किसी उत्पाद या प्रक्रिया पर एक विशेष अधिकार है जो किसी समस्या का तकनीकी समाधान प्रदान करता है। पेटेंट क्षेत्रीय होते हैं और उन्हें हर देश में अलग-अलग तरीके से मान्यता दी जाती है।"


निष्कर्ष:

  • पेटेंट होना किसी दावे की वैज्ञानिक मान्यता नहीं है।
  • गोमूत्र के चिकित्सीय लाभों को लेकर अब तक वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित प्रमाण सीमित हैं।
  • पेटेंट भारत की संस्था को मिला है, लेकिन यह नहीं दर्शाता कि अमेरिका या वहां की कोई संस्था गोमूत्र के लाभों को स्वीकार करती है।
  • गोमूत्र पीने को लेकर धार्मिक मान्यताएं हो सकती हैं, लेकिन उसका वैज्ञानिक आधार अभी तक स्पष्ट नहीं है।

 Patents For Cow Urine